त्वचा की समस्यायें

कील, मुँहासों और धब्बों के कारण और निवारण- प्रत्येक व्यक्ति अपनी त्वचा और चेहरे को स्वस्थ और सुन्दर बनाना चाहता है। इसके लिए आपको अपनी त्वचा की और विषेश ध्यान देना होगा । अगर आप त्वचा की किसी समस्या से परेषान है, तो हम आपको उसके कारण बताये जा रहें है,ं अगर आपकी त्वचा को संतुलित आहार नही मिल रहा है, तो आपकी त्वचा में विभिन्न समस्यायें उत्पन्न होती है। पेट की खराबी के कारण भी त्वचा की सम्स्यायें उत्पन्न होती है। षीघ्र पाचन दीप्तिमान त्वचा बनायें रखता है।

मुँहासेंः मुँहासे महिलाओं और पुरूशों दोनो में पाये जाते हैं। परेषान करते है। ये समस्या युवाओं को अधिक होती हैं। चिकित्सीय रूप से मुँहासे त्वचा के रोमों पर तेल ग्रन्थियों में षामिल होते हैं, ये एक त्वचा रोग है। मुँहासे यौवन के दौरान लगभग सभी किषोरो को प्रभावित करते हैं। ये चेहरे, छाती, पीठ के बालों के रोम की एक बीमारी है। कोई एक कारक मुँहासों का कारण बनता है। बालों के रोम से जुड़ी ग्रन्थियाँ यौवन के समय अन्य हार्मोनों के परिर्वतन होने पर मुँहासों होते है। तेल का खाना अधिक खाने से मुँहासें उत्पन्न होतें है। विषेशज्ञों के अनुसार मुँहासों का प्राथमिक कारण एण्ड्रोजन के स्तर में वृद्धि का होना है, एण्ड्रोजन का प्रकार है। बढ़ती एण्ड्रोजन से आपकी त्वचा तेल ग्रन्थियाँ बनाकर अधिक तेल का उत्पादन करती है, जिससे मँहासें की समस्याँ उत्पन्न करती है।

मुँहासें दो प्रकार के होते है। वाइट हैड्स और ब्लैक हैड्स

वाइट हैड्सः त्वचा के नीचे रहते है, और बहुत छोटे है।

ब्लैक हैड्सः स्पश्ट रूप से दिखाई देते हैं,ये काले होते है और त्व्च की सतह पर दिखाई देते है, ये कील गन्दगी के कारण नही हैं, इसलियें आप इसे निकाले के लिए सख्ती से इस पर स्क्रबिंग नही करे।

इन कारकों को पर्यावरण ने षारीरिक और भावनात्मक रूप से वर्गीकृत किया है, इन कारको के उदाहरण है-

  • तेल आधारित काॅस्मेटिक का प्रयोग
  • तनाव और चिंता
  • आर्द्रता और गंदगी के कारण
  • महावारी र्पूव परिर्वतन या हार्मोनल परिर्वतन
  • पूर्णावरोधक वस्त्र, सिर, टोपी, हैलमेट, आदि से षारीरिक ज़लन

गन्दगी के कारणः त्वचा की ज़्यादातर समस्यायें गन्दगी के कारण होती है। पसीना मुँहासों का कारण नही है, और त्वचा में पूरी तरह अलग गन्थियों के द्वारा निर्मित है।
खून की अषु़द्धता के कारण भी त्वचा की समस्यायें उत्पन्न होती हैं।

अनुवांषिकताः कभी कभी अपने माता पिता में से कोई एक मुँहासों से पीडि़त था, तो बच्चों में भी ये होने की संभावना होती है।
मुँहासों को रोकने या कम करने के लिए आपको कुछ सावधानियाँ रखनी हैं। इसके लिये कुछ उदाहरण निम्न है।

(1) आपकी त्वचा की समस्याओं को कम करने के लिए अपने आहार का ध्यान रखना चाहियें।
(2) अदरक, लहसुन, नीबू, षहद, और एप्पल साईडर सिरका स्वस्थ त्वचा के लिए एक घर का उपाय हैं।
(3) नींबू जीवाणुरोधी होता है, नींबू के रस का साइट्रिक एसिड धीरे धीरे स्पाॅट खत्म करता हैं, और आपकी त्वचा को टोन करता हैं।
(4) तले हुये खाने का सेवन कम करें।
(5) पानी ज़्यादा पियें।
(6) तेल मुक्त मेकअप लागू करें।
(7) हल्दी का सेवन करें, हल्दी मुँहासों से लड़ने के लिये एक उपयोगी है।
(8) कम से कम दिन में दो बार आयुर्वेदिक साबुन से अपने चेहरे को धोये।ं
(9) चेहरे पर तेजी से स्क्रब का प्रयोग नही करना चाहियें।

इलाज का समयः मुँहासो के इलाज में सुधार करने के लिए चार सप्ताह से छह सप्ताह का समय लगेगा लेकिन धब्बो को कम करने क लिए इससे ज़्यादा समय भी समय लग सकता हैं।

त्वचा की समस्याओं के लिए नीम उपचारः नीम त्वचा की देखभाल करता है। ये सौन्र्दय प्रसारण के रूप में कार्य करता है। नीम मुहाँसो से पीडि़त लोगों के लिए बहुत लाभकारी है, और जल्द ही मुहाँसों से राहत देता है नीम पर्यावरण के नुकसान से रक्षा त्वचा करता हैं। नीम मुहाँसों को साफ करता है, त्वचा से बैक्टीरिया को हटाकर त्वचा को खूबसूरत बनाता है।
नीम के फूलः त्वचा की बहुत सी समस्यायें पेट की खराबी के कारण होती हैं, नीम के फूल पेट की समस्याओ का समाधान करते है। ये फूल नेत्रो की दृश्टि में सुधार करते है। ये फूल षरीर को महत्वपूर्ण विटामिन और खनिज प्रदान करते है। ये षरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ातें है। ये फूल कुश्ट रोग और खुजली से राहत देते है। यें जीवाणु से लड़ता है, अतिरिक्त तेल निकालता है, और प्रदूशण से हमारी त्वचा को होने वाली हानि को रोकता है। ये नीम फूल रक्त को षुद्ध करके त्वचा की विभिन्न समस्याओं को रोकते है।

नीम के फूल का पेस्ट बनाकर मुँहासों से प्रभावित क्षेत्र पर लगाायें कुछ देर बाद ताज़े पानी से धोयें इसे धोने पर बेहतर त्वचा मिलेगी।
त्वचा की समस्याओं के लिए आँवलाः त्वचा की समस्याओं के लिए आँवला बहुत फायदेमंद हैं, ये त्वचा की देखभाल करता है। आँवला त्वचा को युवा रखने में मदद करता है। आँवला त्वचा को अन्दर और बाहर से दोनों तरीको से निखारता हैं,और त्वचा की समस्याओं राकनें में मदद करता है।

विटामिनो की आवष्यकताः हमारे षरीर की और त्वचा की आवष्यता के लिए विटामिन ई और ए बहुत उपयोगी है। हमारी त्वचा को ( कम से कम 400 मिलाग्राम) विटामिन ई और विटामिन ए चाहियें, इतनी मात्रा मुँहासों की कमी के लिए आवष्यक है। विटामिन की मात्रा को पूर्ण करने के कैप्सूलों का भी प्रयोग किया जाता हैं।

हमारे उत्पादः हमारी अमरिया फार्मेसी ने युवाओं की समस्याआंे के अनुसार कई सहायक पौश्टिक औशिधयांे के प्रयोग से उत्पाद तैयार किये हैं, ये उत्पाद त्वचा को आवष्यक पोशक तत्व प्रदान करते हैं। त्वचा की समस्यायें खून की अषुद्धता के कारण होती हमारे उत्पाद खून को षुद्ध करते है, और आन्तरिक और बाहरी त्वचा को पोशण देते है। हमारे उत्पादो में एंटीरोधक गुण विद्यमान है,जो त्वचा को संक्रमण से बचाव करते हैं

अमरिया फार्मेसी ने त्वचा की समस्याओं के उपचार के लिए जड़ी बूटियों से उत्पाद तैयार किये हैं जो पूरी तरह से आपकी समस्याओ का समाधान करते है। हमारे उत्पाद अन्य कम्पनियो के उत्पादो की तुलना में जल्दी समस्याओ का निदान करते है। ये उत्पाद यूनानी तरीको से तैयार किये हैं ये उत्पाद बिना किसी नुकसान के आपको जल्द आराम देते हैं। अमरिया फार्मेसी के ये उत्पाद आपके लिए पूरी तरह से सुरक्षित है, और आपके स्वास्थय को सुधारने में मदद करते है। अमरिया फार्मेसी के उत्पाद मुँहासो की समस्या से निपटने के लिए एक अच्छा विकल्प है। ये पवित्रता और सुरक्षा के मामलें में विष्वसनीय है, जो एक कंपनी के उत्पाद खरीदने के लिए महत्वपूर्ण हैं।